सोमवार 30.07.2018
श्रावण कृष्ण पक्ष 3
विक्रम सम्वत् 2075
श्री वीर निर्वाण सम्वत् 2544
*सुविचार*
*कुछ अच्छे काम*
1. झूठन न छोड़ना. घर हो अथवा बाहर कहीं भी अपनी थाली या रकाबी में किसी भी तरह का उच्छिष्ट न छोड़ना. जितना आवश्यक हो उतना ही परोसवाना. यदि स्वयं परोस रहे हों तो किसी से भी अधिक लेने का आग्रह न करना.
2. कहीं किसी भी आयोजन अथवा समारोह में जाना तो वहां की व्यवस्था और मर्यादाओं का ध्यान रखना. आयोजक और अतिथियों के साथ शालीन व्यवहार करना.
3. आप जो हैं, जैसे हैं, उससे रेशे भर भी अधिक प्रदर्शित न करना. अपने जीवन में निश्छल / सरल पारदर्शिता स्थापित करने के प्रयत्न करना.
4. यदि कोई वस्तु निशुल्क मिलती हो; किन्तु आपको उसकी कतई आवश्यकता न हो तो उसे किसी भी हालत में स्वीकार न करना.
5. बेकार / उपयोग की हुई वस्तुओं को वहां पहुंचाना, जहां उन्हें पुनः उपयोग के लिए तैयार किया जाता है. ध्यान रहे; कागज़ के टुकड़े, प्लास्टिक की थैलियाँ इत्यादि रिसाइकिल किये जाते हैं.
6. किसी से उधार लाई हुई वस्तु को ज्यों का त्यों बगैर कोई क्षति या विकृति के लौटाना. उसका अपनी स्वयं की वस्तु की तरह उपयोग करना और वापस करना.
स्व. डा. नेमीचंद जैन द्वारा लिखित लघु पुस्तिका "१०० अच्छे काम" से
*इतिहास में आज*
1836 : अमेरिका के हवाई में अंग्रेजी भाषा का पहला अखबार प्रकाशित हुआ।
सभी मित्रों को सपरिवार सादर जयजिनेंद्र, शुभप्रभात और नमस्कार। आपका दिन मंगलमय हो।