"बेटा हुआ है"
"बधाई हो , मुँह मीठा कब करवा रहे हो"
"बेटी हुई है"
"अच्छा है , बेटा-बेटी सब भगवन की देन है"
**ये दोगलापन क्यो**
होती नही बेटियां तो हाथ पे राखी सजाता कौन
होती नही बेटियां तो दुल्हन बन के आता कौन
होती नही बेटियां तो घर मे चार चांद लगता कौन
होती नही बेटियां तो घर की जिम्मेदारी उठता कौन
होती नही बेटियां तो दादी नानी मौसी बुआ कहलाता कौन
होती नही बेटियां तो तुम्हे इस दुनिया मे लाता कौन
बेटी बिन संसार की कल्पना अधूरी है
बेटी को उसका जीवन दो
दो बेटी को सम्मान.....
हम यही सोचते है क्या ऐसा भी दिन आएगा
बेटी घर मे पैदा होगी और जश्न मनाया जाएगा।।