तुम्हारे पापा आज लोन के लिए बैंक गए थे..टाई की गांठ खोलते मोहन ने पत्नी राधा को कहा...
तुम्हें किसनें बताया...
सुभाष का फोन आया था बैंक से...इत्तेफाक से वो उसी बैंक में मैनेजर है तुम पता करो पापा से कि क्यों दस लाख का लोन चाहिए...रिटायर हो गए हैं चुकायेंगे कैसे....परेशान हो रहे मोहन ने कहा...
मुझे मालूम है क्यों चाहिए लोन.....लापरवाही से लैपटॉप पर नजर जमाएं राधा बोली..
तुम्हें मालूम है...आश्चर्य से राधा को देखकर मोहन ने कहा....कमाल है तुम्हें मालूम है और मुझसे जिक्र करना जरूरी नहीं समझा...पराया तो नहीं हूँ मैं...बेटा नहीं तो क्या दामाद तो हूँ...
इतने परेशान क्यों हो उनके घर की परेशानी है ..देवधर की पढाई के लिए ले रहे हैं अब जब पेंशन पर इंकम टिकी है तो लोन तो लेना पडेगा.....प्रापर्टी पर ले रहे हैं लोन....मैने ही सलाह दी थी..राधा बोली
"तुमनें सलाह दी...और उनके घर का मामला कैसे हुआ।तुम उनकी बेटी नहीं हो और तुमनें खुद क्यों नहीं कह दिया कि तुम दे दोगी पैसे....लोन के लिए मना कर दो।हम दे देंगे और जब देवधर चुकाने लायक होगा तब वापस कर देगा..
"पागल हो गए हो क्या...मोहन की बात सुनकर राधा बोली...लड़की के घर से भी कभी कोई पिता पैसे लेता है क्या....और कल अगर देवधर ने पैसा वापस नही किया तो.....बात दस, बीस हजार की नहीं है ...दस लाख की है दस लाख की ....बेटे के लिए ले रहे हैं कमायेगा तो उन्हें ही देगा ना....
तुम ना बेकार की बात करते हो...
शर्म आती है तुम्हारी सोच पर....गुस्से से मोहन ने कहा.....तुम्हें भी तो पढाया तुम्हारे पिता ने तुमनें क्यों नहीं उन्हें कमा कर वापस किया ...तुम्हारी शादी में खर्च किया ...सोचो अगर वे तुम्हें न पढाते तो आज देवधर के लिए लोन लेने की जरूरत नहीं पड़ती...
"बेटा बेटी से समान व्यवहार की अपेक्षा समाज माता पिता से करता है ,लेकिन आज भी मुश्किल में, बेटी सबसे पहले दकियानूसी हो जाती है चुपचाप फोन करों घर पर और बोलो लोन न लें....
और तुम अपनी पढाई और शादी पर हुए खर्चे को उन्हें वापस करोगी.....
क्योंकि समानता का यही मतलब है..
पर मम्मी पापा ..राधा ने कुछ आंशाका जताई...
मोहन -तुम उनकी चिंता ना करो ...मैने अपने बचत खाते मे हम दोनों के भविष्य की सेविंग की हुई है उसी मे से पापा को दे देगे....
राधा सोच रही थी काश...हर दामाद आपकी तरह लडकी के पिता को अपने पिता का दर्जा दे ...तो एक बेटी के पिता को बेटे का सुख भी दामाद से मिल जाएगा