सोमवार 22.10.2018
आश्विन शुक्ल पक्ष 13
विक्रम सम्वत् 2075
श्री वीर निर्वाण सम्वत् 2544
*सुविचार*
लहरें बहुत ही प्रेरणादायी होती हैं. इसलिये नहीं कि वे आती और जाती हैं, बल्कि इसलिये कि वे जब भी जाती है तो कभी भी / भूल कर भी वापस लौटना नहीं भूलती हैं.
जीवन में श्वास और विश्वास की एक समान जरूरत होती है।
श्वास खत्म तो जिंदगी का अंत, विश्वास खत्म तो संबंध का अंत।
सच्चे और शुभचिंतक लोग हमारे जीवन में सितारों की तरह होते हैं। वो चमकते तो सदैव ही रहते हैं परंतु दिखायी तभी देते हैं जब अंधकार छा जाता है।
अज्ञात
*इतिहास में आज*
1962 : प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत की सबसे बड़ी बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना 'भाखड़ा नांगल' राष्ट्र को समर्पित की गई।
*सभी मित्रों को सपरिवार सादर जयजिनेंद्र, शुभप्रभात और नमस्कार। आपका दिन मंगलमय हो।*