सीढ़ी के तीन स्टेप
व्यक्ति के तीन
काल की तरह होते है ।
भूत , वर्तमान
और
भविष्य
महत्वपूर्ण
तीनों में वर्तमान
और
भविष्य होता है ।
क्योंकि
जैसे ही हम
भविष्य की तरफ
कदम
बढ़ाते है तो पिछला
कदम उठाते ही
भूतकाल छूट जाता है ।
लेकिन
अगर
हम पिछला कदम
नही उठाते है तो
हम आगे नही बढ़ सकते है ।
आगे बढने के लिए पिछली
पोडी को छोडना
जरुरी है ।
ये एक जीवन दर्शन है ।
लेकिन
जरुरी यह भी है कि
पीछे मुड़कर देखना भी
नियम के विरुद्ध है
क्योंकि
अगर आपने पीछे
मुड़कर देखा तो भूतकाल
चिपट जाएगा ।
जो आपको आगे
बढने में बाधा उत्पन्न करेगा ।
और आपके मन में भविष्य
के प्रति डर उत्पन्न करेगा ।
लेकिन
उस समय याद रखना
कि आगे जिन्दगी है और
पीछे मौत है ।
आगे विकास है और पीछे
पतन है ।
आगे बढ़ाना बहादुरी है
डर कर पीछे हटना
कायरता है ।
अगर आपने भूतकाल
को नही छोड़ा तो भविष्य
आपको छोड़कर आगे
निकल जाएगा और जब तक
आप भूतकाल को छोडेंगे
तब तक भविष्य बहुत आगे
निकल जाएगा ।
इसलिए
जितना तेजी से आप कदम
आगे बढ़ाएगे ।
उतना तेजी से आप भविष्य
में आगे बढ़ते जाएगे ।
और
जितना आप पीछे
मुड़ मुड़कर देखेंगे
उतना ही भविष्य में
पिछड़ते जाओगे ।