गुरुवार 14.02.2019
माघ शुक्ल पक्ष 9-10
विक्रम सम्वत् 2075
श्री वीर निर्वाण सम्वत् 2545
*आज वेलेंटाइन दिवस है।*
*सुविचार*
जब भी मन में मैं, अहंकार, अभिमान की भावना आती है तो अपने आप निम्न पंक्तियाँ भी मन में आ जाती हैं. इनको बार बार स्मरण करने से मन की मैं, अभिमान, अहंकार की भावना छू मंतर हो जाती हैं.
कहाँ गए चक्री जिन जीता, भरत खंड सारा,
कहाँ गए वह राम अरु लक्ष्मण, जिन रावण मारा.
कहाँ कृष्ण रुक्मिणी सतभामा, अरु सम्पति सगरी,
कहाँ गए वह रंग महल अरु, सुवरण की नगरी.
नहीं रहे वह लोभी कौरव, जूझ मरे रन में,
गए राज तज पांडव वन को, अग्नि लगी तन में.
मोह नींद से उठ रे चेतन, तुझे जगावन को,
हो दयाल उपदेश करें, गुरु बारह भावन को.
कविवर श्री मंगत राय
*बुराई की खासियत है कि वो कभी हार नहीं मानती और अच्छाई की एक ही खासियत है कि वो कभी हारती नहीं.*
*इतिहास में आज*
1989 : ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम पर आधारित पहला उपग्रह अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा के पास स्थापित किया गया।
*सभी मित्रों को सपरिवार सादर जयजिनेंद्र, शुभप्रभात और नमस्कार। आपका आज का दिन शुभ और मंगलमय हो।*