पिंकी जैन's Album: Wall Photos

Photo 31,056 of 35,378 in Wall Photos

आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज का जब पहली बार कोलकाता में प्रवेश हुआ तो एक पत्रकार बराबर उन्हें नजर कर रहा था आचार्य भगवंत कोलकाता में प्रवेश से लेकर पूरे शहर में भ्रमण करते हुए जब बेल गचिया जैन मंदिर पहुंचे तब तक वह उन्हें देखता रहा अगले दिन एक बहुत बड़ी पत्रिका में पहिले पेज पर जो लेख छपा उसकी मुख हेडिंग थी

एक ऐसा अलबेला संत जिसे कोलकाता ने देखा पर उसने कोलकाता को नहीं देखा

जी हां यही विशेषता है जो आचार्य भगवंत को औरों से विशेष बनाती है आचार्य भगवंत अपनी इर्या पदमें इतने मग्न थे कि उन्होंने एक बार भी नजर उठाकर *कोलकाता के सौन्दर्य* को निहारने की कोशिश नहीं की क्योंकि जरा सी चूक उनके इर्या पद में दोष लगा सकती थी।