छत्तीसगढ़ धमतरी के रहने वाले कुछ डॉक्टर और व्यापारी,मिल कर चला रहे नन्हे पैरो को सुरक्षित रखने की मुहिम।।
जी हाँ दोस्तों सन 2013 से प्रारंभ इस आंदोलन में हिस्सा बने लोगो ने अब तक 75 कैम्प कर 5000 जोड़ी से अधिक चप्पलो का वितरण कर बच्चो के पैरों को राहत दी है।
गरोप के डॉक्टर राकेश सोनी और उनकी टीम द्वारा शुरू किया ये काम मानवता की मिसाल और लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन रहा है।।
स्पर्श नाम के इस ग्रुप ने अपने नाम को सार्थक करते हुए,सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पहले रेकी करता है,फिर चप्पल बांटता है और कुछ दिन बाद जा कर ये निश्चित भी करता है कि जो चप्पले बच्चो को मिलीं हैं उनका वो प्रयोग कर रहे हैं।।
ग्रुप के डॉ भूपेंद्र सोनी ने हमारी टीम को बताया कि स्कूली सत्र के प्रारंभ में स्पर्ष ग्रुप चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से ये समस्त सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को स्टेशनरी भी वितरित करता है।
स्पर्श ग्रुप धमतरी का हम नमन करते हैं,जिन्होंने अपने प्रयासों से ये साबित कर दिया है कि:-
जिंदगी खूबसूरत है