कमीने,धर्मद्रोही,भारतद्रोही की अर्थी पर बोले जाने योग्य श्लोक--बाबर नाम असत्य है। असत्य बोलो नर्क है। और इसके समस्त भाई, बेटों, बेटियों, दामादों, रिश्तेदारों, परिचितों और मित्रों से निवेदन है कि वेद, शास्त्र,पुराण, उपनिषद, भगवद्गीता,रामायण महाभारत हमें प्रेरणा व हमारा मार्गदर्शन करता है कि धर्म के विरोधी यदि दादा, पिता पुत्र पौत्र श्वसुर,सगे सम्बन्धी रिश्तेदार मित्र या परिचित कोई हो,उनका वध करना हमारा कर्तव्य है, यदि आधुनिक काल में संविधान, वैश्विक नियम व कानून के कारण असमर्थ हैं तो जबान,कलम और नीति से विरोध करें। और यदि मन की कायरता, लालच, द्वेष, ईर्ष्या और दुष्टता के कारण वो भी नहीं करना चाहते तो कम से कम हर धर्म विरोधी को नीच, कुत्सित, घृणित,महापापी और मानवता द्रोही मानते हुए उसे मन में बुरा समझ कर उससे दूर हो जायें। उसके धर्म विरुद्ध कार्य में साथ देकर या दिखाने को साथ खड़े होकर उसे बढ़ावा न दें।कम से कम मृत्योपरांत ईश्वर को मुँह दिखाने योग्य तो रहोगे। वन्देमातरम हर हर महादेव