"सर फ़िदा करते हैं, कुरबान जिगर करते हैं,
पास जो कुछ है, वो मां की नजर करते हैं।"
मां भारती की गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए अपने गले में हंसते-हंसते फांसी का वरण करने वाले वीर सपूत, शहीद रामप्रसाद 'बिस्मिल',अशफाकउल्ला खां और रोशन सिंह को बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि!