कभी कभी भारत का न्यायायिक तंत्र समझ में नहीं आता.
बलात्कार आरोपी फादर 13 बार अदालत में पेश नहीं होते और कोर्ट सिर्फ चेतावनी देता है.
मेरे ज्ञान के हिसाब से एक बार हाज़िर ना होने पर वारंट निकल जाता है और पुलिस घर से पकड़ कर लाती है !
आपका क्या विचार है , न्याय धर्म देख कर ?