Inbook is for positive India and eradication of evils and not to create rivalary
यही एक कारन हे जो हमने आज से दो साल पहले महसूस किया और निर्णय लिया की हमारा प्लेटफार्म सकारात्मक होगा क्योंकि धर्म, राजनीतिक बिरोधी गाली देने के लिए सारे मीडिया उपलब्ध थे.
Inbook लोगो को जोड़ने के लिए हे ना की तोड़ने के लिए इसलिए इसमें आप अपने धर्म, विचारधारा के अच्छे गुण बता सकते हे लेकिन आप दूसरे धर्म को गाली नहीं दे सकते.
हम समाज और इंसानियत के बिरुद्ध सारी परम्परा का विरोध करते हे और करते रहेंगी.
सब लोगो ने हमसे कहा बिना अपशबद और सनसनी के inbook कैसे चलेगा. हमारा जबाब था अच्छी चीज और बिचार एक साहित्य की तरह हे जो समय लेती हे लेकिन एक बार आदत पड़ जाये तो फिर नहीं जाती हे.
हम होंगे कामयाब और जरूर होंगे
जय हिन्द और जय हिन्द की संस्कृति