राजनीतिक दलों के नेताओं का कुछ भी भरोसा नहीं होता है कोई भी नेता किसी भी राजनीतिक दल में कभी भी एक दल झोडकर दूसरे दल में शामिल हो सकता है और कोई भी राजनीतिक पार्टी किसी भी राजनीतिक पार्टी से अपनी राजनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए कभी भी किसी भी समय गठबंधन कर सकती यह सब राजनीति दल और इनके नेता अपनी अपनी जरूरतों के लिए जनता का इस्तेमाल करते है और एक जनता है जो इन राजनीतिक दलों के चक्कर में इनके नेताओं के चक्कर में आपस में ही लड़ बैठते हैं खून खराबा कर देते है बाकी आप सब समझदार हो सभी बातें जानते हो जय हिन्द जय भारत