पहले वो आठ चले थे फिर आपने आंशु बहाया तालियाँ बजाई उनका हौसला बढाया फिर वो 800 हो गए और देश की मिडिया ने उन्हे घर पहुँचाने का एजेंडा चलाया अब वह 8000 से ज्यादा की संख्या पर रोड पर होंगे आप देख लिजिएगा! भारत कोरोना से अपनी लडाई जीतने ही वाला था पर शायद अब हार जाएगा कुछ मुर्खो की वजह से! जो दिल्ली सरकार इन्हे उत्तर प्रदेश के बोर्डर पर छोडने की तत्परता दिखा रही है वो इन्हे दिल्ली मे ही भोजन पानी की व्यवस्था उपलब्ध क्यों नही करा रही???
क्या मतलब रहा #लाकडाउन का?
कुछ सुतियों की वजह से हम लोग शायद कोरोना के तीसरे स्टेज पर पहुँच गये है या पहुँच जाएंगे!