आज पिता दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं,मेरे पिता जी स्व. श्री ज्ञान प्रकाश "चित्रांश" जी का आज सहसा ही स्मरण हो आया वैसे हमेशा मैं उन्हें याद करता हूँ,सरकारी नौकरी में रहकर भी उन्होंने 40 वर्ष तक लगातार हिंदी साहित्य की सेवा ही नही की अपितु कई समाचार पत्र,पकत्रिकाओं और प्रकाशन समूहों से भी जुड़े रहे,मेरी लेखनी और कलम उन्ही की देन है, रामचरित मानस पर उन्होंने शोध भी किया और सभी धर्म ग्रन्थों का अध्ययन भी किया, मैंने अपने पिता के नाम से फेसबुक पर एक ग्रुप भी चलाया हुआ है "ज्ञान प्रकाश चित्रांश के नाम से ,आप सबने देखा भी होगा,समय समय पर मैं उसपर पोस्ट भी करता रहता हूँ,आज Father's Day पर उन्हें शत शत नमन।