कोरोना पॉजिटिव से हुई मौत के बाद इस्तेमाल कर रहे एप्पल का फ़ोन, पहनी हुई सोने की अंगूठी तो चाहिए, लेकिन अपने ही माँ, बाप, भाई, बहन या मित्र का अंतिम संस्कार तक करने को तैयार नहीं हैं। यहां तक की उनसे मिलने को भी लोग तैयार नहीं हैं ।
आपकी हैसियत, आपका रुतबा, आपका जलवा और आपका खौफ तभी तक है जब तक आप हैं । और यहां तो इस बीमारी में आपके होने पर भी घर वाले छोड़ रहे हैं ।
'सुख में तेरे साथ चलेंगे, दुख में सब मुख मोड़ेंगे,
दुनिया वाले तेरे अपने बन कर, तेरा ही दिल तोड़ेंगे,
देते हैं भगवान को धोखा, इंसां क्या ये छोड़ेंगे ।।