घूँघट शान है " घूँघट बोझ नहीं लाज हैं !! घूँघट शोक नहीं घूँघट साज हैं !!
घूँघट से ही कोई रानी तो कोई महारानी हैं !! घूँघट से ही कोई ठकूराईण तो कोई ठकूराणी सा हैं !!
घूँघट से कोई दादीसा तो कोई मम्मा हैं !! घूँघट से कोई जेठानी तो कोई देवरानी हैं !! घूँघट से ही कोई घराना तो कोई ठीकाणा हैं !! घूँघट ही हमारा मान और सम्मान हैं !! घूँघट ही हमारे राजस्थान की आन बान और शान हैं !! घूँघट से हमारी पहचान हैं !! हमारा पहनावा ही हमारी मर्यादा हैं !! बाईसा कहो या लाडिसा यें ही तो अपने राजस्थान की शान हैं...
जय जय राजस्थान,