ऐसी नैसर्गिक ख़ुशी भला हर किसी के भाग्य में कहाँ
लड़की ने आईएएस टॉपर बनने के बाद इस ढंग से अपने पिता का परिचय कराया समाज से जिस पिता ने सारी उम्र ये रिक्शा चलाकर उसका भरण पोषण किया था आज बेटी चालक बनी और पिता सवारी
शायद पिता और पुत्री के लिए अद्भुत और अविस्मरणीय पल रहा होगा ये ।