न्यूज़ चैनल्स वाले कहते है कि #त्योहार की आड़ मे पर्यावरण से खिलवाड़ क्यो ?
पर ये कभी नही कहते कि विज्ञापन की आड़ में सेहत से खिलवाड़ क्यो ?
फैशन की आड़ में संस्कारों से खिलवाड़ क्यो ?
ऐयाशी की आड़ में वातावरण से खिलवाड़ क्यो ?
दलाली की आड़ में राष्ट्र से खिलवाड़ क्यो ?
सोशल मीडिया पर रोक लेकिन नेताओं को खिलवाड़ क्यों?
आम पर प्रतिबंध और खास करें खिलवाड़ क्यों?