चुनाव हारने के भय से कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने लंदन में कॉन्फ्रेंस करके अमेरिकी हैकर
सैयद सुजा से ईवीएम हैक होने की संभावना की अफवाह उड़वाई।
उन्होंने यह भी कहा कि 2014 में EVM हैक की गई थी, जिसकी जानकारी दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे को थी।
तो मेरा प्रश्न यह है कि जब भाईसाहब को इतना कुछ पता था तो यह अबतक शांत क्यों थे? 4.5 वर्षों में बोले क्यों नही? यदि वास्तव में EVM हैक हो सकती है तो जब चुनाव आयोग ने EVM हैक करने के लिए सभी दलों को बुलाया था तब कोई क्यों नही गया?
तब कांग्रेस सैय्यद सूजा को ले आती और हैक कर के दिखा देती की EVM हैक है, लेकिन तब तक कैंब्रिज अनलीटिका ने इसपर स्क्रिप्ट नही लिखी थी, इसलिए एक्टिंग कैसे होती?
अब स्क्रिप्ट लिखी गयी, चुनाव से ठीक पहले एक्टिंग शुरू हुई। एक बात यह भी है कि प्रेस कांफ्रेंस करने कांग्रेसी नेता को वहां क्यों जाना पड़ा? क्या सैय्यद सूजा साहब की अकेले में यह बात बताने में फट रही थी?
दोस्तों इन सब बकवास की बातों पर ध्यान न दें, यह सब आपको बहकाने के लिए हैं, इनकी बातों का खंडन चुनाव आयोग भी कर चुका है। यदि ऐसा होता तो पंजाब, एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, आदि गैर भाजपायी राज्यों में भी भाजपा सरकार होती आज।
यह लोग कोई कसर बाकी नही रखना चाहते हैं, इसलिए अपनी ओर से सभी प्रयास करे ले रहे हैं, अंधेरों में भी तीर मार रहे हैं कि कोई तो लग जाये निशाने पर, परंतु ऐसा होना नही है।
जो भी लोग इस खबर को सच मान रहे हैं, उन्हें यह सब प्रश्न अवश्य उठाने चाहिए