इनबुकर साथियों,
किसी भी कार्य को करने से पहले बहुत सोच विचार कर निर्णय ले लें, एक बार निर्णय लेने के बाद अपने आप से कठोर हो जायें और रणभूमि के सैनिक की तरह काम करें, आपको निबटना है हर पल अपने ही शत्रुओं - आलस्य, निराशा, अपमान और लोगों के हास्य से, आपको फ़तह करना है अपने आपको और अब फहराना है झंडा अपने सपनो का अपने ही द्वारा बनाई गयी चोटी पर।