क्या आपको अपनी संस्कृति पर नाज है?
क्या आपको अपनी सभ्यता पर नाज है?
क्या आपको अपने देश पर नाज है?
क्या आपको अपनी स्वदेशी योग्यता पर विश्वास है?
यदि इन सवालों का जवाब हां है तो क्यों नहीं हम सब मिलकर अपने देश के लिए अपने दायित्वों को समझ कर विदेशी मोह का त्याग करें।
सब कुछ है अपने देश में बस हमें अपनी सोच में बदलाव लाने की जरूरत है।
विचार अवश्य करें और देश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्वीकार करें।।