बहुत दुख हुआ ये देखकर कि ऐसे लोग
कुछ सालों में हमसे विदा ले लेंगे-
मजबूरी में खड़े होकर भोजन तो किया,
पर अन्न के सम्मान में जूते उतारना नही भूले...
घर मे जो धोती वाले है ये जिंदा गाइड है जीवन के,
ये आखरी दौर है धोती वालो का, जो तुम्हे
संस्कार, मर्यादा देते जा रहे है
इनके जाने के बाद तरस जाओगे
ये पूंजी है हमारी ।