ये एक भारतीय मूल का अरबपति #कुवेत का बिजनसमैन था।
1990 में जब सद्दाम हुसेन ने कुवेत पर हमला किया तब कुवेत में 1,70,000 भारतीय फसें हुये थे और तब जातिवाद वोटबैंक के नाम पर #मंडल_कमीशन लाने वाले प्रधानमंत्री V.P. Singh की इतनी हिम्मत भी नहीं थी की #सद्दाम से बात कर के उन भारतीयों को वहाँ से निकाल सके ।
#नटवर_सिंह ने भी ईराक से तेल के बदले राशन योजना में करोड़ो कमाए थे मगर उन भारतीयों को बचाने कोई आगे नहीं आया था ।
ऐसे में उस अरबपति रंजीत कत्याल ने अपने बलबूते और अपने बिजनेस रसूख से उन भारतीयों को उस युद्द से निकालने का बीड़ा उठाया था।
एअर इण्डिया की मदद से कुवेत के कोने-कोने से हर भारतीय को खोज के अकेले रंजीत कत्याल ने 59 दिन में एक लाख सत्तर हजार भारतीयों को बचाया था और कुवेत से निकाला था ।
गिनीज बुक में किसी अकेले सिविलियन द्वारा दुनिया का सबसे बडे रेस्क्यू ऑपरेशन के रूप में दर्ज है ये घटना और इतने दिलेर भारतीय का हम नाम तक नहीं जानते !!! सिर्फ इसलिये क्यों की देश को बरबाद करनेवाली और लूटनेवाली काँग्रेस सरकार थी जिसने ना ही इन भारतीयों के लिये कुछ किया और ना ही रंजीत जैसे कर्मठ व्यक्तित्व को देश के लोगों के सामने कभी सम्मानित किया।