यह समझना गलत है कि शराब पीने के दुष्परिणाम केवल वही भुगतता है। दरअसल इस लत का खामियाजा पूरे परिवार और प्रकारांतर से पूरे समाज को उठाना पड़ता है। पूरे जीवन को प्रभावित करने वाली लत है यह तो हम सभी जानते हैं कि शराबखोरी एक बीमारी है जिसका इलाज किया जा सकता है, लेकिन बहुत कम लोग इसे स्वीकार करेंगे कि यह एक 'पारिवारिक बीमारी' है।
पारिवारिक जिम्मेदारियों को समझें और इससे बचें।