दोस्तों दिल्ली भारत में ही है ना !
मुख्यमंत्री कह रहा है कि दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही इलाज होगा। दूसरे राज्यों से आने वाले मरीज भारत सरकार के अस्पतालों में अपना इलाज कराएं ।
अखंड भारत में क्या ऐसा हो सकता है ?
अनेकता में एकता क्या यही है?
दिल्ली केवल दिल्ली वालों की है?
मुझे शिकायत है इस प्रकार की सोच से।