अमर शहीद कर्नल संतोष बाबू
शत् शत् नमन
कर्नल संतोष के परिजन तेलंगाना के नालगोंडा जिले के रहने वाले हैं। कर्नल संतोष 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे और डेढ़ साल से सीमा पर तैनात थे। वह अपने पीछे पत्नी संतोषी, एक 9 साल की बेटी अभिनव और एक 4 साल का बेटा अनिरुद्ध को छोड़ गए हैं। कर्नल संतोष बाबू उन सैनिकों में से एक हैं जो गालवन घाटी में LAC पर चीनी सैनिकों के साथ हिंसक संघर्ष के दौरान रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
चीन के सैनिकों की उद्दंडता का करारा जवाब देने के लिए पूरा हिंदुस्तान कर्नल संतोष बाबू पर गर्व कर रहा है। उन्होंने बड़ी बहादुरी के साथ चीनी सैनिकों को हिंसक झड़प का जवाब दिया। उनके पराक्रम के आगे 43 चीनी सैनिक ढेर हो गए। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीनी सैनिकों के साथ इस हिंसक झड़प में भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
कर्नल संतोष बाबू अपने माता पिता की इकलौती संतान थे।उनके न रहने से उनकी माँ और पिता का इकलौता सहारा भी छूट गया लेकिन इस बात का उनके मातापिता को कोई भी मलाल नहीं है। कर्नल संतोष की मां मंजुला ने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है जिसने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया। भले ही पूरे देश की तरह एक मां के रूप में मैं आज दुखी हूं लेकिन मुझे अपने बेटे की वीरता पर नाज है।