कभी Vinod Dua साहब जब जनवाणी(शायद) किया करते थे.... कांग्रेस की गवर्नमेंट थी और वोह एक कांग्रेस के मंत्री का इंटर्व्यू कर रहे थे..... अचानक विनोद दुआ ने उन मंत्री महोदय से पूछा "आप अपने काम को दस में से कितने मार्क्स देंगे?"
मंत्री साहब के चेहरे के भाव बादल गए.... उन्होंने फ़ौरन टॉपिक चेंज करते हुए दूसरी तरफ़ बात का रख मोड़ना चाहा.... विनोद साहब दुबारा बोल पड़े...
"सर कितने मार्क्स देंगे ख़ुद के काम को?"
विनोद दुआ ने तीन बार घेरा मंत्री महोदय को.... आप समझ सकते हैं उस समय भी दूरदर्शन पर सरकार का कितना ज़बरदस्त होल्ड हुआ करता था.... और विनोद दुआ का जर्नलिज़्म पर.... आज भी जर्नलिज़्म पर विनोद दुआ का उतना ही होल्ड है.... लेकिन आप भक्ति में पागल हो चुके हैं.... जिनके पिता विनोद दुआ के इस तेवर के फ़ैन हुआ करते थे आज उनके बच्चे विनोद दुआ के videoz पर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं....