इस दिवाली पर चीन में बने पटाखों का बहिष्कार करें, घर में ही बम - पटाखे बनायें। नहीं आता तो अपना अहम त्यागकर पड़ोस के अब्दुल, रज़्ज़ाक, सलीम से पूछें, उन्हें बम बनाने आते है। टेक्नोलोजी ले लें उनसे और चीन का बहिष्कार करें।
मैं भी इस दिवाली पे हाजी नुरुल हसीन इस्लाम के हाथ के बने बम-फटाके ही फोड़ूंगा।