पंद्रह साल का चिराग खुर्जा से बुलंदशहर भारी भरकम बाइक पर आया। काला आम चौराहे के पास चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर दिलीप शर्मा ने रोक लिया। चिराग के पास न तो लाइसेंस था और न ही हेल्मट। इंस्पेक्टर साहब चकरा गए कि इतने छोटे बच्चे को माँ बाप ने इतनी भारी बाइक लेकर इतनी दूर कैसे भेज दिया। जब पुलिस ने बच्चे से उसके पिता से बात कराने को कहा, तो वह फुट फुटकर रोने लगा।
उसे अपने सीने से लगाकर चुप किया। और बच्चे को चोकलेट भी खिलाई .इन्सपेक्टर ने उसका चालान काटकर छोड़ दिया और हाँ चालान के रूपये इंस्पेक्टर ने भरे.....
#salute_you_sir
#jai_hind
कहानी का मोरल ये है कि माँ बाप अगर जिम्मेदारी समझे तो बच्चे इस तरह न भटकें.......