#तेजो_महल भी हमारा ही है लेकिन पहले आक्रंताओं ने और फिर मक्कार इतिहासकारों ने बहुत ही घिनोने तरीकों से उसका नाम और इतिहास बदल कर रख दिया वरना अरब से लेकर भारत तक एक भी ऐसी इमारत नहीं जो अरबियों ने बनाई हो क्योंकि कबीले झौपड़ी बनाते है जो कभी भी उखाड़ कर दूसरी जगह लगाई जा सके