पहले चीन से छुपकर मिले और मिलने की बात तब तक नकारा जब तक सबूत सामने नही आ गए।
अब पाकिस्तान से मिले, बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीटिंग को नकारा जब सबूत सामने आए तो कहते है बस भाईचारा फैला रहे थे।
अब कह रहे है मोदी भी तो नवाज से मिलने पाकिस्तान गए थे।
पर, मोदी गए थे तो दिन दहाड़े , सीना तान के पूरे गाजेबाजे से मीडिया की मौजूदगी में गए थे। सबको सीना तान के बताया कि हाँ गया था।
ऐसे रात के अंधेरे में दुनिया से मुँह छुपाकर, घूंघट ओढ़कर भाईचारे की थोक सप्लाय करने नही गए थे !