क्या आप जानते हैं ? देश मे 137 ऐसे खानदान हैं जहाँ बच्चे नहीं समूचा जज पैदा होते हैं । उच्च / सरवोच्च न्यायालयों में वर्तमान जज संख्या का 70 % इन्ही परिवारों से हैं । शेष 30 प्रतिशत ही अन्य ...
इस अघोषित आरक्षण के तहत बुजुर्ग जज बैठ कर तय कर लेते हैं कि अगला 5 जज किस खानदान के हिस्से आएगा ।
दुःखद यह भी है कि पिछली सरकारों यथा कांग्रेस ने भी इस मामले के समाधान के बारे में कुछ न किया , सिर्फ देश को गुमराह किया गया और अपना उल्लू सीधा करते रहे । आज देश की जो दुर्दशा है वो कांग्रेस की अपनी अकर्मण्यता और नियत में खोट का नतीजा है । मोदी जी ने तो परिस्थियों का अपने हित मे सही तरीके से इस्तेमाल भर किया है । जो आगे आएगा शायद वह भी यही करेगा ... अगर बदलाव नही हुआ तो .....
रिपोर्ट केंद्रीय एजेंसियों के आधार पर है और साथ मे वर्तमान केंद्रीय मंत्री का पिछले महीने एक दिए गए बयान को भी संलग्न कर रहा हूँ ।