भारतीय रेलवे की ग्रुप C और D की 1 लाख भर्ती के लिए 2 करोड़ से भी ज्यादा आवेदन इतने में तो एक राज्य बन जाय ये अभी कुछ साल पहले उत्तर प्रदेश में पुलिस की भर्ती हुई जिसमें 24 लाख से भी ज्यादा आवेदन आये फिर गर्व से बोला गया था कि एशिया का सबसे बड़ा exam होने जा रहा सायद Nobel Prize से चूक गए शर्म तो आती नही ये हालात है बेरोजगारी का इन सब के लिए जिम्मेदार कौन -?
अभी NMC (national medical commision) बिल लाया गया है जिसमे बहुत से नए नियम कानून बनाये गए है इसमें से एक है अब डॉक्टरों से bond भरवाया जाएगा कि MBBS या कोई मेडिकल की डिग्री लेने के बाद कम से कम 1-2 साल ग्रामीण छेत्रो में काम करना पड़ेगा नही तो 1 लाख से लेकर 1 करोड़ तक का जुर्माना देना पड़ेगा सही भी है करना चाहिए डॉक्टरों की कमी जो है ग्रामीण छेत्रो में तो बात करते है ग्रामीण छेत्रो में MP और MLA साहब लोगो का भ्रमण कितना होता है इनपर कितना जुर्माना लगाया जाता है आप खुद सोचिये की 5 साल में कितनी बार आपके गांव में आपके छेत्र के MP और MLA साहब लोगो का दर्शन हुआ है इनसे सवाल जवाब तो किया नही जा सकता 5 साल तक कुछ भी करते रहे ,
प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की fee कम मत करिए मेडिकल कॉलेज की सीटें न बढाइये ये सब करेंगे भी क्यो ऐसे तो कोई भी सामान्य परिवार के बच्चे डॉक्टर जो बन जाएंगे फिर लाइन में कौन खड़ा रहेगा और आपलोगो का झंडे उठाकर नारे कौन लगाएगा कोई तो चाहिए न
बस जबरदस्ती के नियम कानून आम लोगो पे थोपते रहिये..........खुद करोड़ो में खेलिए और आम जनता को भिखारियों की तरह नॉकरी के लिए दौड़ाते रहिये लाखो रुपये खर्च करके आखिर कोई पढ़े क्यो कुत्तो जैसे एक- एक रोटी के लिए दौड़ने के लिए सच बोला था आपने पकौड़े बेचना ज्यादा आसान है ।...........जड़ा सोचिये भारतीय नागरिक होकर भी कितने कमजोड़ और लाचार होते जा रहे हम system आपको दीमक की तरह धीरे धिरे कमजोड़ करती जा रही है और हम कहाँ खड़े है हम कहाँ है हम हमारी हैसियत क्या है -?
आवाज उठाओ तो लाठी खाओ.......सोचिये किसी भी रूप में सही शिकार तो हम हो ही रहे है कब तक सच्चाई से भागते रहेंगे।