भारतीय सेना को ,खास करके थल सेना को, दुनियां की सबसे डिसीप्लीन्ड और जुझारू सेना माना जाता है
जहाँ दुनियां की सारी सेनाएं आयुध से लडती हैं वहीं भारतीय सेना आयुध के अलावा अपने हौसले और जज्बे से भी लडती हैं
आज भी दुनिया में ऐसी कोई सेना नहीं है जो भारतीय थल सेना को हरा दे
कोरोना से उपजे हालात ने चीन को तीन चौथाई दुनियां में शर्मसार कर दिया है, चीन किसी भी तरह दुनियां का ध्यान डायबर्ट करना चाहता है, अक्रामक पालिसी तो उसकी शुरू से रही है क्योंकि वहाँ लोकतंत्र नहीं रहा
पर भारत से सीधे युद्ध के हालत में उसकी हालत ऐसी हो जाएगी कि उसके कम से कम चार टुकड़े होने तय हैं
गलवान घाटी में जो कुछ भी हुआ वो बहोत सोच समझ के किया गया चीन के तरफ से
कोई आर्म फायर नहीं किया गया, कटीले तारों और लोहे के डंडो से प्रहार किया गया भारतीय सेना पर
भारतीय सेना आर्म अटैक के लिए पूरी तरह तैयार थी पर इस तरह के हमले की आशंका नहीं थी उसे
जो कुछ भी हुआ त्वरित हुआ, भारत के जवान वहां कम थे, भारत के तीन गुना चीनी सैनिक थे, उसके बावजूद भारतीय सेना ने उनके सौ से ज्यादा सैनिको को मार गिराए हैं ( जैसा कि वहीं के कालमिष्ट और पोर्टलों से पता चल रहा)
तीस सैनिको के मारे जाने को चीनी सेना ने भी स्वीकार कर लिया है,
भारतीय सेना युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार है , अगर युद्ध हुआ ( जिसकी आशंका मुझे तो कम लगती है) तो चीन ऐसा तबाह होगा कि आने वाले सौ साल तक वो खडा नहीं हो पाएगा