टकला बाबा's Album: Wall Photos

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लव जिहाद का कारगर उपाय...
विष्णु भगवान के वराह अवतार का दांत क्या कर सकता है...मैं बताता हूँ...सूअर का दांत,बाल,खाल बहुत उपयोगी है लेकिन पोस्ट के मकसद से बताना चाहूंगा कि thukle इससे दूर रहते हैं खैर एक बिटिया का लव जिहादी से पिंड छुड़वाने के लिए मुझे भी इसकी जरूरत पड़ गयी थी दो तीन साल पहले की बात है तो एक मित्र से संपर्क किया गया जो बाल्मीकि समाज से है कि वो मुझे वराह(सूअर)का दांत उपलब्ध करवाए...उसने पूछा भी कि क्या बात है भगत जी आज अचानक ऐसी डिमांड...?
इधर उधर की दो चार बाते हुई...और उसने अगले दिन आने को कहा...मैं तय समय पर पंहुचा और उसने साथ लेकर दांत उपलब्ध करवा दिया...उसके बाद मैंने स्वयं उसकी काट-छांट करी और पंहुचा जौहरी के पास चांदी में मढ़वाने के लिए...जानकार था एक लेकिन उसने इन्कार कर दिया...कारण पूछा तो उसके बताने से पहले ही आया हुआ एक ग्राहक बोला कि जैसे हम गाय की हड्डी को नहीं छुते ऐसे ही मुसलमान भाई भी सूअर के दांत को हाथ नहीं लगाते...मैंने जानकार दूकान वाले को पूछा कि भाई आपने इस्लाम स्वीकार कर लिया और हमें सेवइया की दावत भी नहीं दी...अब उस ग्राहक का थोबड़ा देखने लायक था...बोला मैंने ऐसा नहीं कहा...?
मैंने कहा तो भैया आपके कहने का मतलब तो यही हुआ ना...और thukle कब से भाई हो गए...आपने किसी thukle से पूछा कि वो आपको अपना भाई मानता है के नहीं तो बोला नहीं पूछा...फिर मैंने कहा कि थुकलाम का अध्यन करो आपको सब खेल समझ आयेगा कि कैसा भाई समझते हैं...फिर उसको कुdaन सूरा ९ आयत संख्या ५ चिपकाई और थोडा बताया...समझ आया के नहीं ये तो नहीं पता लेकिन बंदा था intersted फोन नम्बर लिया उसका
और दूसरी दूकान पर गया...बात बनी...अगले दिन शाम को चांदी में जड़ित वराह का आशीर्वाद ले काले धागे में पिरो मंदिर में पूजा करने के बाद उस बिटिया को देने के लिए घर से निकला ही था अब रस्ते में एक घटना हुई...हुआ ये के एक और मित्र है जिसकी वेल्डिंग की दूकान है थोड़ा काम था उनसे लेकिन उसके पास एक thukla भी खड़ा था, सोचा आजमा लें वराहदेव के आशीर्वाद को...जेब से निकाला और मित्र को दिया...पूछा ये क्या है...जरा बताना तो.. मित्र ने उलट-पलट के देखा तो बोला दांत है लेकिन किस जानवर का है ये नहीं पता...मैंने कहा ये मियाँ जी बताएँगे...मिया जी ने सुना तो घिग्गी बंध गई मियाँ की...बोला आपको पता तो है कि किस जानवर का है...?
मैंने कहा कि हाथ में लेकर बताओ...देखो...देखो...आराम से देखो...बन्दे ने छुआ तक नहीं...भागने लगा जैसे मैं उसके पीछे गर्म चिमटा लेकर लगा हूँ अपनी फटफटी स्टार्ट करके भग लिया...अब क्यों नहीं छुआ...तो कारण आपको अब तक समझ आ गया होगा अधिक आपको इस लिंक में मिलेगा... (http://www.desicnn.com/news/islamic-terrorism-and-love-jihad-could-be-controlled-by-the-use-of-boar-and-pig-effectively)
अब आता हूं जिसके लिए पोस्ट डाली गई है तो हिन्दू अगर अपनी बेटियों के गले में ये पहनाये और उसे इसकी महत्ता के बारे में बताये तो लव जेहाद को रोका जा सकता है...कैसे...अब कोई मुल्ला थूकल्ला उसके नजदीक आकर कहेगा कि इसको उतार दो तो वो ये पूछे कि क्यों इससे क्या प्रॉब्लम है(बशर्ते लड़की जानती/समझती हो...बताया गया होगा उसको तो...जोकि आपका काम है किसी और का नहीं)आजमा कर देखिये...!!!