1982 में सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में एक मुस्लिम के घर एक लड़की पैदा हुई। जिसका नाम इल्हान ओमर था।
फिर कई दशकों तक सोमालिया गृह युद्ध में जलने लगा। तब एक ग्रुप के साथ वो टीनएजर लड़की इल्हान उमर शरणार्थी बनकर अमेरिका आ गई और अमेरिका ने उसके ऊपर दया करके उसे अपने यहां शरण दे दिया।
और इस तरह सोमालियाई मुस्लिम लड़की इल्हान उमर अमेरिका में शरणार्थी बनकर रहने लगी।
उसके बाद उसने एक अमेरिकी नागरिक से विवाह किया। जिससे उसे अमेरिका की नागरिकता मिल गई। फिर अभी वह चुनाव लड़के अमेरिका की सांसद बन गई।
अभी अमेरिका में जो दंगे हो रहे हैं। उसमें इस मुस्लिम सांसद इल्हान ओमर की बेटी को कई जगह माइक लेकर दंगाइयों को भड़काते देखा जा रहा है इतना ही नहीं वह अपने ट्विटर पर भी दंगाइयों को भड़का रही है और अमेरिका के वामपंथी हिंसक संगठन एंटीफा ANTIFA को सपोर्ट कर रही है।
यानि जिस देश ने इनके ऊपर दया करके शरण दिया। उस देश को जलाने जैसा निकृष्ट कार्य सिर्फ यही कर सकते हैं।
जितेंद्र सिंह