आप से मुझे हमेशा मुझे हिम्मत और ताकत मिलती थी
आप ही वो थे जो मेरे हर कदम पर साथ देते थे
आपने हमेशा मुझे सिखाया गिर कर वापस फिर से चलना
आज जब मैने वो मुकाम हासिल किया जो सपना आपने देखा
लेकिन आप मेरे साथ नहीं है हर कदम आपकी कमी महसूस होती है
जब भी किसी रास्ते में रुकावट होती है तो अब आपका हाथ मेरे सर पर नहीं होता ना वो शब्द मेरे कानो में गूंजते की "कोई बात नहीं बेटा मुझे यकीन है तुम ये जरूर कर लोगी" आज जब मेरे पास वो सब है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण जिसकी जरूरत मुझे हर समय होती है वो नहीं है आप नहीं है मेरे साथ...आज भी शाम में जब बाहर होती हूं तो कई बार अचानक जेहन में ये ख्याल आ जाता है कि चलो आज दादा का फोन। नहीं आया तो उनेह लगा ले लेकिन अगले ही पल याद आता है आप तो उस दुनिया में है जहां कोई भी नंबर लगाने से आपसे बात नहीं होगी....