कांग्रेस ने इस देश के लोकतंत्र को खिलौना बना दिया और जब मन चाहा तो उसका बेरहमी से गला घोंट दिया। ऐसी कुटिल पार्टी से देश के भले की उम्मीद नहीं की जा सकती।
भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे काले अध्याय 25 जून 1975 आपातकाल के विरोध में उठी हर आवाज को सादर नमन।