अगर सही मे मुकाबला करना है तो अपने आप से करो खुद निर्णय करो क्या गलत किया क्यू गलत किया कहाँ आपका स्वाभिमान था कहाँ आपका अभिमान है।किसी को गिरा कर उठे तो क्या उठे मज़ा तब है जब सब के साथ उठो ।अपना कद बढाओ पर पैर जमीन पर टिके रहे गिरने का डर खत्म कर अपनी उड़ान भरो ।हमेशा खुश रहिये तब ही दूसरों को खुश राखपायेंगे।
अनुपमा जैन