Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
Bunny Yadav
brothers ND sisters all of u sabhi post ko like Marthy raho sabhike postoko tho interest ayenga use karneme
संजीव जैन
गुजरात के वडोदरा में नाव पलटने से कई बच्चों के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दु:खद एवं पीड़ादायक है।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे व परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे।
ॐ शांति:!
ravindra jain
हरिजन सीट पर केवल हरिजन ही लडेगा पिछडा सीट पर केवल पिछडा़ तो सवर्ण सीट पर केवल सवर्ण क्यो नही ये कोई कानून है यह तो सवर्णो का शोषण है मै इसका विरोध करता हू।
sanjay jain
*आज की*
*कहानी*
*मुस्कुराइए!!*
एक औरत बहुत महँगे कपड़े में अपने मनोचिकित्सक के पास गई और बोली...
*"डॉ साहब ! मुझे लगता है कि मेरा पूरा जीवन बेकार है, उसका कोई अर्थ नहीं है। क्या आप मेरी खुशियाँ ढूँढने में मदद करेंगें?"*
मनोचिकित्सक ने एक बूढ़ी औरत को बुलाया जो वहाँ साफ़-सफाई का काम करती थी और उस अमीर औरत से बोला - *"मैं इस बूढी औरत से तुम्हें यह बताने के लिए कहूँगा कि कैसे उसने अपने जीवन में खुशियाँ ढूँढी। मैं चाहता हूँ कि आप उसे ध्यान से सुनें।"*
तब उस बूढ़ी औरत ने अपना झाड़ू नीचे रखा, कुर्सी पर बैठ गई और बताने लगी - *"मेरे पति की मलेरिया से मृत्यु हो गई और उसके 3 महीने बाद ही मेरे बेटे की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। मेरे पास कोई नहीं था। मेरे जीवन में कुछ नहीं बचा था। मैं सो नहीं पाती थी, खा नहीं पाती थी, मैंने मुस्कुराना बंद कर दिया था।"*
*"मैं स्वयं के जीवन को समाप्त करने की तरकीबें सोचने लगी थी। तब एक दिन,एक छोटा बिल्ली का बच्चा मेरे पीछे लग गया जब मैं काम से घर आ रही थी। बाहर बहुत ठंड थी इसलिए मैंने उस बच्चे को अंदर आने दिया। उस बिल्ली के बच्चे के लिए थोड़े से दूध का इंतजाम किया और वह सारी प्लेट सफाचट कर गया। फिर वह मेरे पैरों से लिपट गया और चाटने लगा।"*
*"उस दिन बहुत महीनों बाद मैं मुस्कुराई। तब मैंने सोचा यदि इस बिल्ली के बच्चे की सहायता करने से मुझे ख़ुशी मिल सकती है,तो हो सकता है कि दूसरों के लिए कुछ करके मुझे और भी ख़ुशी मिले। इसलिए अगले दिन मैं अपने पड़ोसी, जो कि बीमार था,के लिए कुछ बिस्किट्स बना कर ले गई।"*
*"हर दिन मैं कुछ नया और कुछ ऐसा करती थी जिससे दूसरों को ख़ुशी मिले और उन्हें खुश देख कर मुझे ख़ुशी मिलती थी।"*
*"आज,मैंने खुशियाँ ढूँढी हैं, दूसरों को ख़ुशी देकर।"*
यह सुन कर वह अमीर औरत रोने लगी। उसके पास वह सब था जो वह पैसे से खरीद सकती थी।
लेकिन उसने वह चीज खो दी थी जो पैसे से नहीं खरीदी जा सकती।
*मित्रों! हमारा जीवन इस बात पर निर्भर नहीं करता कि हम कितने खुश हैं अपितु इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी वजह से कितने लोग खुश हैं। तो आईये आज शुभारम्भ करें इस संकल्प के साथ कि आज हम भी किसी न किसी की खुशी का कारण बनें।*
मुस्कुराइए
*अगर आप एक अध्यापक हैं और जब आप मुस्कुराते हुए कक्षा में प्रवेश करेंगे तो देखिये सारे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान छा जाएगी।*
मुस्कुराइए
*अगर आप डॉक्टर हैं और मुस्कराते हुए मरीज का इलाज करेंगे तो मरीज का आत्मविश्वास दोगुना हो जायेगा।*
मुस्कुराइए
*अगर आप एक ग्रहणी है तो मुस्कुराते हुए घर का हर काम किजिये फिर देखना पूरे परिवार में खुशियों का माहौल बन जायेगा।*
मुस्कुराइए
*अगर आप घर के मुखिया है तो मुस्कुराते हुए शाम को घर में घुसेंगे तो देखना पूरे परिवार में खुशियों का माहौल बन जायेगा।*
मुस्कुराइए
*अगर आप एक बिजनेसमैन हैं और आप खुश होकर कंपनी में घुसते हैं तो देखिये सारे कर्मचारियों के मन का प्रेशर कम हो जायेगा और माहौल खुशनुमा हो जायेगा।*
मुस्कुराइए
*अगर आप दुकानदार हैं और मुस्कुराकर अपने ग्राहक का सम्मान करेंगे तो ग्राहक खुश होकर आपकी दुकान से ही सामान लेगा।*
मुस्कुराइए
*कभी सड़क पर चलते हुए अनजान आदमी को देखकर मुस्कुराएं, देखिये उसके चेहरे पर भी मुस्कान आ जाएगी।*
मुस्कुराइए
*क्यूंकि मुस्कराहट के पैसे नहीं लगते ये तो ख़ुशी और संपन्नता की पहचान है।*
मुस्कुराइए
*क्यूंकि आपकी मुस्कराहट कई चेहरों पर मुस्कान लाएगी।*
मुस्कुराइए
*क्यूंकि ये जीवन आपको दोबारा नहीं मिलेगा।*
मुस्कुराइए
*क्योंकि क्रोध में दिया गया आशीर्वाद भी बुरा लगता है और मुस्कुराकर कहे गए बुरे शब्द भी अच्छे लगते हैं।*
मुस्कुराइए
*क्योंकि दुनिया का हर आदमी खिले फूलों और खिले चेहरों को पसंद करता है।*
मुस्कुराइए
*क्योंकि आपकी हँसी किसी की ख़ुशी का कारण बन सकती है।*
मुस्कुराइए
*क्योंकि परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है*
*और सबसे बड़ी बात...*
मुस्कुराइए
*क्योंकि यह मनुष्य होने की पहचान है। एक पशु कभी भी मुस्कुरा नही सकता।*
*इसलिए स्वयं भी मुस्कुराए और औराें के चहरे पर भी मुस्कुराहट लाएं।*
*मुस्कुराइए क्योंकि यही जीवन है!*
*
Anupama Jain
सोचूँ तुम्हें तो चैन इक पल नहीं...!!
तुम्हें न सोचूँ मुमकिन यह भी हल नहीं...!!!!
ARVIND Ashiwal
*बेरोजगारी बहुत है*
मेमसाहब : हेलो हेलो ! नल की टोंटी लीक कर रही है प्लम्बर भैया इसे बदल दो आकर प्लीज।
प्लम्बर : जी मेम ठीक है पर अभी समय नहीं है परसों बदल जाऊंगा।
परसों। मेमसाहब : भैया तुम आये नहीं आज टोंटी बदलने को कहा था तुमने।
प्लम्बर : मेम आ रहा हूँ शाम तक आपका काम हो जाएगा।
शाम को प्लम्बर : मेम, आज नहीं आ पा रहा कल अवश्य आऊंगा।
कल। प्लम्बर : ये लो मेम हो गया आपका काम।
मेमसाहब : ठीक है भैया। थैंक्स। कितने देने हैं।
प्लम्बर : 280 की टोंटी, 20 का टेप, 300, और लेबर के 400 रुपये। टोटल 700 दीजिये मेम।
मेमसाहब : अरे भैया, 700 तो बहुत ज्यादा हैं। और आधे घंटे के 400 रु लेबर कुछ ज्यादा नहीं लगा रहे आप?
प्लम्बर : नहीं मेम दूसरी जगह चलता काम छोड़ कर आया हूँ। घिस घिस मत करो 700 निकालो जल्दी। दूसरी जगह जाना है। पहले पूछ लिया करो। आदमी हैं नहीं, अकेला काम करना पड़ता है।
मेमसाहब : ठीक है ये लो भैया। पर तुम्हारे रेट बहुत ज्यादा हैं।
प्लम्बर : अरे मेम आपको क्या पता मरने की फुरसत नहीं है। नमस्ते।
आपने देखा, एक प्लम्बर का किस्सा।
आदमी हैं नहीं और बेरोजगारी बहुत है, समझे!!!
अब और देखिए-
ज्योति : आंटी कल से बहु और बच्चे की मालिश के 300 रु घंटा लुंगी।
आंटी : क्यों ज्योति, अभी तक तो 200 लेती है।
ज्योति : आंटी, फुरसत नहीं है दो घर और भी जाना पड़ेगा कल से।
आंटी : तो दो घर जाने से रुपये बढ़ाने का क्या मतलब है? बल्कि तुझे तो 200 के हिसाब से और 400 मिलेंगे।
ज्योति : देख लो आंटी उन से भी 300 के हिसाब से तय हुए हैं। आपको करानी है तो ठीक नहीं तो कल 1 तारीख है मैं नहीं आऊंगी। किसी और से करा लेना।
आंटी : अरे अब बीच में किसे ढूंढूंगी? तू ही आ जो कहेगी देंगे।
ज्योति : ठीक है। अब तक का हिसाब कर दो। कल से नया 300 के हिसाब से चालू हो जाएगा।
दुखी मन से आंटी : ये ले 4 दिनके बाकी 800। कल टाइम से आना।
आपने देखा एक घंटे के 300। पांच जगह भी गयी तो 1500। मतलब 1500x25 दिन = 37500रु. महीना।
बेरोजगारी बहुत है।
पर है कहाँ ये बेरोजगारी?
अब आप ही बताइये बेरोजगारी कहाँ है?
मुझे दो स्टाफ चाहिए आफिस के लिए। अरोरा जी को एक लड़का चाहिए दुकान के लिए। गुप्ताजी को बाई चाहिए। मधु भाभी को झाड़ू पोंछे वाली चाहिए। विकास को एक कारपेंटर चाहिए। प्रमोद को स्टील का गेट बनवाना है। शर्मा को टाइल लगवानी हैं दुकान पर!!!
क्या करें - कहाँ जाएं 2, 3 महीने से सब लोग ढूंढ रहे हैं आदमी।
पर सुनने में आता है, बेरोजगारी बहुत है।
भैया किधर है ये? कौन है बेरोजगार? हमें दिखाओ तो।
हाँ मैं दिखाता हूँ। देखिए।
आओ मोहन, दुकान पर काम करोगे?
मोहन : जी करूंगा बाबू जी।
बाबू जी : तो आओ कल से सुबह 9 बजे।
मोहन : न बाबूजी सुबह 9 नहीं साढ़े दस तक आ पाऊंगा।
बाबूजी : ठीक है, मैं खोल लूंगा दुकान तुम साढ़े दस आओ।
मोहन : बाबूजी, पगार कितनी दोगे?
बाबूजी : अरे पहले जो लड़का था उसे 9000 देता था। वही दे दूंगा। या जो तू कहेगा।
मोहन : बाबूजी रुपये लूंगा 15 हजार।
बाबू जी : क्यों कहीं और मिल रहे हैं क्या?
मोहन : नहीं अभी तो कोई नहीं पर ढूंढ लूंगा।
बाबूजी : लेकिन तुमने तो अभी बताया 4 महीने से घर बैठे हो कोई नौकरी नहीं मिली।
मोहन : हाँ बाबूजी। पर 8,9 हजार में आज होता क्या है? इसलिए काम जोड़ा नहीं अभी तक। देखूंगा जब अच्छी पगार वाली मिलेगी तब करूंगा नौकरी।
समझ गए आप
बेरोजगारी कहाँ है?
9 की करनी नहीं 15 की मिल नहीं रही।
सरकार है न
राशन फ्री
बिजली पानी फ्री
खाने के लिए छेत्तर बहुत हैं
इलाज फ्री
कन्या विवाह के लिए राशि
बच्चा पैदा हो तो राशि। आदि आदि।
यहां है बेरोजगारी!!!
काम वालों को आदमी नहीं और आदमियों को काम नहीं।
सोचिएगा अवश्य। दो शब्द लिखिये या शेयर कीजिये ताकि समाज जागरूक हो!
Meghanshu jain
Is any parent wants BYJUS for their kids please do ping me on on PM or WhatsApp me on 9009021492