Anupama Jain
(owner)
एक स्त्री का समर्पण सिर्फ
उसकी पसंद के समक्ष होता है....।
इसके बाद समझौता ही
एकमात्र विकल्प है..
खुद से
समाज से
और ज़िन्दगी से...!!
पायल शर्मा
असली धर्म = अच्छे कर्म,
बाकी सब ➡️ मन का भ्रम*
सुरजा एस
दो लोग जबरदस्ती
व्हीलचेयर पर लदे हैं
दीदी हार के डर से और मुख्तार मार के डर से