Anupama Jain
(owner)
मैं तुझे फिर मिलूँगी
कहाँ कैसे पता नहीं
शायद तेरे कल्पनाओं
की प्रेरणा बन
तेरे कैनवास पर उतरुँगी
या तेरे कैनवास पर
एक रहस्यमयी लकीर बन
ख़ामोश तुझे देखती रहूँगी
मैं तुझे फिर मिलूँगी
कहाँ कैसे पता नहीं ।
~ अमृता प्रीतम
C.N. Khadga
उत्तराखण्ड (भारत) की पहाडी इलाकों की ठिठुरती ठंढ में गायों को रात में खुली आकाश के तले छोड देना अत्याचार है । गौपालक किसान गायों को रात को घरों में रखें ताकि गाय ठंढ में न ठिठुरे । उत्तराखण्ड सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए ।