संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
ARVIND Ashiwal
UP को "काबा " बनाने वाली फ्रीडम फाइटर को सभी लिब्रांडु पार्टियों ने ठेंगा दिखाया।
#यूज_&_थ्रो