संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
ARVIND Ashiwal
हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री
श्री नरेन्द्र मोदी जी को उनके
75वें जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जय हिन्द जय भारत वन्देमातरम