संजीव जैन
गुजरात के वडोदरा में नाव पलटने से कई बच्चों के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दु:खद एवं पीड़ादायक है।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे व परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे।
ॐ शांति:!
जूही सिंह
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
SANTOSH DHIVER
*आप से मधुर संबंध ही मेरा सबसे बडा धन है !*
*उन संबंधो को मैं नमन करता हूँ!*
*
दीपक कुमार गुप्ता
तुम दर्द दो हम आह भी न करें,
इतने भी नहीं है मजबूर की अपना दर्द बयां भी न करें...
दीपक ✍️
Mukesh Bansal
*ताश के बारे में नया ज्ञान मिला। आप भी देखें:*
!! ताश का मर्म !!
हम ताश खेलते है, अपना मनोरंजन करते है। पर शायद कुछ ही लोग जानते होंगे कि ताश का आधार वैज्ञानिक है व साथ साथ ही प्राकृति से भी जुड़ा हुआ है:-
आयताकार मोंटे कागज़ से बने पत्ते चार प्रकार के .....ईंट, पान, चिड़ी, और हुक्म, प्रत्येक 13 पत्तों को मिलाकर कुल 52 पत्ते होते हैं।
पत्ते.... एक्का से दस्सा, गुलाम, रानी एवं राजा ।
1. 52 पत्ते .......52 सप्ताह
2. 4 प्रकार के पत्ते .......4 ऋतु
3. प्रत्येक रंग के 13 पत्ते....प्रत्येक ऋतु में 13 सप्ताह
4. सभी पत्तों का जोड़ ..1 से 13 = 91 × 4 = 364
5. एक जोकर..... 364+1= 365 दिन...1 वर्ष
6. दूसरा जोकर गिने..365 +1=366 दिन..लीप वर्ष
7. 52 पत्तों में 12 चित्र वाले पत्ते - 12 महिने
8. लाल और काला रंग ... दिन और रात!
पत्तों का अर्थ:-
1 दुक्की - पृथ्वी और आकाश
2. तिक्की- ब्रम्हा, विष्णू, महेश
3. चौकी - चार वेद (अथर्व वेद, सामवेद, ऋग्वेद, यजुर्वेदे )
4. पंजी - पंच प्राण (प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान)
5. छक्की - षड रिपू (काम, क्रोध, मद, मोह, मत्सर, लोभ)
6. सत्ती- सात सागर
7. अटठी- आठ सिद्धी
8. नव्वा- नौ ग्रह
9. दस्सी- दस इंद्रियां
10. गुलाम- मन की वासना
11. रानी- माया
12. राजा - शासक
13. *ईक्का- एक ईश्वर*
Vijay Verma
Sir, hum comments nahi kar pa rahe h. Aur na hi comments ko read kar pa rahe h.
Manoj Kumar
फ़िल्म अग्निपथ का दृश्य जब रऊफ लाला विजय की बहन को मंडी में नीलामी के लिए लाता है
इस तरह के दृश्य फ़िल्म, कहानी और इतिहास में काफी सुने होंगे
इसे आज तक भारत के लिबरल कथित बुद्धिजीवी द्वारा एक प्रोपगेंडा बताया जाता रहा है कि ये M को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत बातें हैं
जिन्हें औरतों को मंडी में नीलामी की बात महज कोरा बकवास लगता था अब वे तालिबान द्वारा औरत को नीलाम करने वाला वीडियो देख सकते हैं
और इस घटना के बाद भी आपके अंदर का लिबरल कीड़ा बाहर नहीं निकलता है तो बेशक आप मानसिक रूप से ख़तना वाले प्रजाति हो चुके हैं
कुछ लोगों को लगता होगा कि ये समस्या M देशों की है तो उन्हें भी बता दूं कि हैदराबाद में "मुताह" प्रथा के लिए लड़की औरतों का सबसे बड़ा मंडी लगता है
मुताह क्या है ?
तो मुताह अय्याशी के लिए किया गया एक कॉन्ट्रैक्ट निकाह है जिसे मन भरने के बाद कांट्रेक्ट को तोड़ दिया जाता है
ऐसा क्यों किया जाता है तो इस्लाम मे वेश्यावृत्ति हराम है इसलिए वेश्यावृत्ति का दूसरा रास्ता मुताह से होकर गुजरता है
यदि सच में आप में मानवता है तो हर कदम पर इस तालिबानी सोच का विरोध कीजिये, ये मानव और मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।