संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
दीपक कुमार गुप्ता
तुम दर्द दो हम आह भी न करें,
इतने भी नहीं है मजबूर की अपना दर्द बयां भी न करें...
दीपक ✍️
Mukesh Bansal
सेवा में,
माननीय दीया कुमारी जी,
उपमुख्यमंत्री – राजस्थान सरकार,
सदस्य – जयपुर राजपरिवार।
विषय: गोविन्द देव जी मन्दिर की वर्तमान व्यवस्थाओं से भक्तों को हो रही पीड़ा के संबंध में निवेदन।