राहुल वर्मा
नाराज़ होने से कहीं ज़्यादा ख़तरनाक है
किसी रिश्ते से निराश हो जाना ...
नाराज़ होने में ही छुपा है
कि नाराज़ होने वाले का, नाराज़ होने वाले से
अभी भी कुछ वास्ता है,
निराश हो जाना रिश्ते से अलग होने का,
पहला क़दम, पहला रास्ता है,
नाराज़गी देती है रास्ता रिश्तों को रफ़ू करने का,
निराशा करती है निर्णय रास्ता बदलने का