Inbooker
Happy New year to all of you guys and girls.
satish bhola vats
मृत्यु से क्यों डरते हो? जैसे एक जीवित शरीर लड़कपन, युवावस्था और वृद्धावस्था के चरणों से गुजरता है, मृत्यु भी वास्तविकता है, शरीर के एक चरण से अधिक कुछ नहीं है। यह इस शरीर और आत्मा का विभाजन है, जिसे मृत्यु के नाम से जाना जाता है। वास्तव में, मृत्यु कोई बग भालू नहीं है, यह केवल शरीर का परिवर्तन है जैसे कोई व्यक्ति एक नया वस्त्र पहनता है, पुराने को बदल देता है। वास्तव में आत्मा पदार्थ में अपरिवर्ति
राजेश शर्मा
माँ भारती के अमर सपूत, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, जलियांवाला बाग नरसंहार का प्रतिशोध लेकर विश्व में भारतीय शौर्य और साहस को प्रतिष्ठित करने वाले सरदार उधम सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
आपका अतुल्य बलिदान राष्ट्र सेवा हेतु सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
Ranjeet Rai
कोई भी कार्य चाहे कृषि हो, उद्योग धंधे हो या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड करना हो अगर पूंजी की कमी हो तो लोन लिया जाता है। इसी तरह बड़े-बड़े इंफ्रास्ट्रक्चरस को पूरा करने के लिए सरकारें भी लोन लेती है और फिर धीरे-धीरे उस लोन को चुकता कर दिया जाता है।
लोन को चुकता कर देने की क्षमता को देखते हुए क्रेडिट एजेंसीज उस देश को क्रेडिट रेटिंग देती है।
ट्रिपल ए की रेटिंग सबसे अच्छी मानी जाती है लेकिन अभी हाल ही में Moody's ने अमेरिका की ट्रिपल ए की रेटिंग को कम करते हुए AA1 रेटिंग कर दी है।
37 ट्रिलियन डॉलर के लोन के साथ अमेरिका पर हर रोज लगभग 86 मिलियन डॉलर का भार बढ़ता जा रहा है जो की आने वाले समय में अमेरिका को दिवालियापन की और अग्रसर कर रहा है जिससे बचने की कोशिश में ट्रम्प ऊलजुलूल फैसले ले रहा है। प्रति सप्ताह अपने लिए गए फैसलों को बदलने का क्रम ट्रम्प की हताशा इंगित कर रहा है जिससे अमेरिका की इकोनॉमी पर धीरे-धीरे बहुत बुरा असर पड़ रहा है।
विश्व को यह नहीं भूलना चाहिए कि आज भी अमेरिका विश्व में सबसे ज्यादा ताकतवर देश माना जाता है। दिवालिया पन की हताशा में अमेरिका आने वाले समय में कभी भी पूरे विश्व की शांति को भंग कर सकता है।
ऐसी स्थिति से बचने के लिए भारत को अभी बहुत लंबा सफर तय करना है। आत्म निर्भर भारत के साथ-साथ भारत को सशक्त भारत भी बनना होगा।
वियतनाम और अफगानिस्तान जैसे छोटे छोटे देशों से हारने के बाद अमेरिका कभी भी भारत या चीन के साथ सीधे युद्ध करने की हिम्मत नहीं करेगा और दूसरे देशों पर गृह युद्ध, आर्थिक प्रतिबंध और परोक्ष युद्ध थोप कर अपनी सर्वोच्चता जाहिर करने की कोशिश करता रहेगा।
अतः भारत को पूर्ण युद्ध में उलझने से पहले अपने आप को आत्म निर्भर बनने के अलावा चीन और अमेरिका जितना सशक्त बनाना होगा।
अभी हाल की घटनाओं से तो यही लगता है कि भारत को सशक्त भारत अभियान में रूस और इॹरायल के अलावा और किसी की मदद नहीं मिलेगी।
मोदी जी अपने इसी मिशन पर अग्रसर हैं।
Soumen Laha
जाति जनगणना ठीक है लेकिन पप्पू की जाति का कैसे पता लगाओगे
मोदी जी
Chandan Ghosh
(owner)
ইহুদি দের একমাত্র দেশ ইসরাইল, যার জনসংখ্যা 1.5 - 2 কোটী, এই 2 কোটি মানুষ আজ সারা বিশ্বের মুসলিমদের 57-58 টা মুসলিম দেশ কে 130-140 কোটি মুসলিমদের পিঁপড়ে বা মশা ভাবে , এদের সাথে এই 2 কোটি ইহুদি যখন তখন যুদ্ধ করতে রাজি আছে, এই ইসরাইল আজ এতটাই শক্তিশালী, কিন্তু এক সময় এই ইহুদের উপর অমানবিক নির্যাতন চালিয়েছিল যেমন টা হিন্দুদের সাথে হয়েছে হচ্ছে, ঐ ইহুদি দের আরব থেকে ইউরোপ কুকুর ছাগলের মতো তাড়াকরে ছিল, যেমন এখন হিন্দুরা ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ থেকে ভারতে পালিয়ে এসেছে, কিন্তু ইহুদি দের একটু ও জমি ছিল না সব কেড়ে নিয়ে খালি অত্যাচার চালিয়ে ছিল আরব থেকে ইউরোপ তাড়া করিয়েছিল, আমরা যেমন পূজা করি তেমনি ইহুদিরা বছরে এক বার একটা পূজা করতো, আমরা যেমন বলি শুভ বিজয়া, ওরা তেমনি বলতো Next Year to Jerusalem, পরের বছরে জেরুজালেম যাচ্ছি, আর এই ভাবে বহু বহু যুগ চলতে থাকে, তারপর একদিন ইহুদিরা জেরুজালেম যায় নিজেদের অধিকার আদায় করে ইউরোপিয়ান আরবিদের থেকে, আজ ইসারাইলে একটা ও মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ নেই, আজ ঐ ইহুদিরা এতোটাই শক্তিশালী হয়েছে, তাহলে আমার হিন্দুরা কি পাড়িনা আমাদের উপর হওয়া অমানবিক ইসলামিক অত্যচারের কথা আমাদের বংশ পরম্পরায় আমাদের ছেলেমেয়ে তারা তাদের বাচ্ছাদের কে শেখাবে , হিন্দু মা বোনের দের গন ধর্ষণ, হিন্দু হত্যা বাড়ী ঘর ভাংচুর লুঠপাট হাজার হাজার লক্ষ লক্ষ মন্দির ভাঙ্গার ঘটনা বাংলাদেশ পাকিস্থানে ইরান আফগানিস্তান থেকে হিন্দু শূন্য করার কথা, আমরা কি পাড়িনা বছরে এক বার উৎসব পালনের মাধ্যমে , পরের বছর সব মসজিদ মাদ্রাসা মন্দির করবোই ঢাকা লাহোরে ভারতের পতাকা উড়াবোই, মুসলিমরা ভারত কে খন্ড করে পাকিস্থান বাংলাদেশ ইরান আফগানিস্তান করেছিল, আমরা হিন্দুরা আমাদের বাচ্ছাদের এটা শেখাতে হবে ও তাড়া তাদের বাচ্ছা দের এমন ভাবে বংশপরম্পরা শেখাতে হবে আমাদের অখন্ড ভারত আমরা গরবোই, পরের বছরেই সব মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ মন্দির করবোই, ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ এ ভারতের পতাকা তুলবোই। আর এটা এ বছর থেকেই চালু করা হোক প্রতি বছর শুভ বিজয়া দশমীর সাথে সাথে আমরা পরের বছরেই সব মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ ভাঙ্গবোই, ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ ভারত কে খন্ড করেছিলো আমরা আবার জুড়ে অখন্ড ভারত গড়বোই।
Ratan Chandra Saha
China Apps are banned. Some people are sorry and saying it was unnecessary. How can we explain them?