satish bhola vats
मृत्यु से क्यों डरते हो? जैसे एक जीवित शरीर लड़कपन, युवावस्था और वृद्धावस्था के चरणों से गुजरता है, मृत्यु भी वास्तविकता है, शरीर के एक चरण से अधिक कुछ नहीं है। यह इस शरीर और आत्मा का विभाजन है, जिसे मृत्यु के नाम से जाना जाता है। वास्तव में, मृत्यु कोई बग भालू नहीं है, यह केवल शरीर का परिवर्तन है जैसे कोई व्यक्ति एक नया वस्त्र पहनता है, पुराने को बदल देता है। वास्तव में आत्मा पदार्थ में अपरिवर्ति
राजेश शर्मा
माँ भारती के अमर सपूत, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, जलियांवाला बाग नरसंहार का प्रतिशोध लेकर विश्व में भारतीय शौर्य और साहस को प्रतिष्ठित करने वाले सरदार उधम सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
आपका अतुल्य बलिदान राष्ट्र सेवा हेतु सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
Ranjeet Rai
ये अप्रैल 1911 था जब विनायक दामोदर सावरकर की सारी संपत्ति निलामी के लिए रख दी गई थी। उनका सारा सामान यहां तक की घर के बर्तन तक जब्त कर लिए गए थे। साल भर में दूसरी बार नासिक के लोग ऐसी निलामी देख रहे थे। क्योंकि अभी कुछ दिन पहले उनके बड़े भाई गणेश सावरकर 25 साल काला पानी की सजा होने पर भी ऐसे ही सारा सामान जब्त करके निलाम किया गया था। उनके छोटे भाई नारायण सावरक र भी इस समय एक दूसरे केस में छह महीने के सजा पाए जेल में बंद थे।
सावरकर की कुल संपत्ति से कुल 27 हजार रुपए अंग्रेजब सरकार को प्राप्त हुए। उनके श्वसुर जिन्होंने उनकी पढ़ाई का काफी खर्चा उठाया था उनकी संपत्ति से अंग्रेज सरकार 6,725 रुपए प्राप्त हुए। सावरकर परिवार जिस मकान में रहता था वो घर भी जब्त कर लिया गया जो देश आजाद होने के बाद तक सरकार के अधीन रहा।
कुछ दिन बाद सावरकर से उनका चश्मा और छोटी सी भागवत गीता की प्रति भी त्यागने के लिए कहा गया। बाद में सरकार ने रहम दिल दिखाते हुए उन्हें एक आना कीमत वाली गीता और चश्मा लौटा दिया लेकिन इन्हें अब उन्हें सरकारी संपत्ति के तौर पर इस्तेमाल करना था। इसके अलावा गले में लोहे का बिल्ला भी मिला जिस पर रिहाई का साल 1960 अंकित था।
ऐसी स्थिति लंदन का एक बैरिस्टर, दुर्दांद अपराधियों के साथ उपमहाद्वीप की सबसे बदनाम जेल में अगले 50 साल की उम्र कैद काटने जा रहा था।
वैसे ये वो समय था जब अंग्रेजों को अहिंसा से उखाड़ फेंकने वाले गांधी जी वर्धा से लेकर साबरमती तक देश में एक के बाद एक कई एकड़ में बने आश्रम पर आश्रम ठोंकते जा रहे थे उस समय सावरकर के घर बर्तन निलाम हो रहे थे लेकिन उन्हें क्या याद रहा 60 रुपए की पेंशन...
खैर, अभी भी कुछ ज्यादा बदला नहीं है
तब अंग्रेज सरकार घर के बर्तन बेच रही थी
आज इटली वाले गद्दार बता रहे हैं....
Chandan Ghosh
(owner)
ইহুদি দের একমাত্র দেশ ইসরাইল, যার জনসংখ্যা 1.5 - 2 কোটী, এই 2 কোটি মানুষ আজ সারা বিশ্বের মুসলিমদের 57-58 টা মুসলিম দেশ কে 130-140 কোটি মুসলিমদের পিঁপড়ে বা মশা ভাবে , এদের সাথে এই 2 কোটি ইহুদি যখন তখন যুদ্ধ করতে রাজি আছে, এই ইসরাইল আজ এতটাই শক্তিশালী, কিন্তু এক সময় এই ইহুদের উপর অমানবিক নির্যাতন চালিয়েছিল যেমন টা হিন্দুদের সাথে হয়েছে হচ্ছে, ঐ ইহুদি দের আরব থেকে ইউরোপ কুকুর ছাগলের মতো তাড়াকরে ছিল, যেমন এখন হিন্দুরা ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ থেকে ভারতে পালিয়ে এসেছে, কিন্তু ইহুদি দের একটু ও জমি ছিল না সব কেড়ে নিয়ে খালি অত্যাচার চালিয়ে ছিল আরব থেকে ইউরোপ তাড়া করিয়েছিল, আমরা যেমন পূজা করি তেমনি ইহুদিরা বছরে এক বার একটা পূজা করতো, আমরা যেমন বলি শুভ বিজয়া, ওরা তেমনি বলতো Next Year to Jerusalem, পরের বছরে জেরুজালেম যাচ্ছি, আর এই ভাবে বহু বহু যুগ চলতে থাকে, তারপর একদিন ইহুদিরা জেরুজালেম যায় নিজেদের অধিকার আদায় করে ইউরোপিয়ান আরবিদের থেকে, আজ ইসারাইলে একটা ও মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ নেই, আজ ঐ ইহুদিরা এতোটাই শক্তিশালী হয়েছে, তাহলে আমার হিন্দুরা কি পাড়িনা আমাদের উপর হওয়া অমানবিক ইসলামিক অত্যচারের কথা আমাদের বংশ পরম্পরায় আমাদের ছেলেমেয়ে তারা তাদের বাচ্ছাদের কে শেখাবে , হিন্দু মা বোনের দের গন ধর্ষণ, হিন্দু হত্যা বাড়ী ঘর ভাংচুর লুঠপাট হাজার হাজার লক্ষ লক্ষ মন্দির ভাঙ্গার ঘটনা বাংলাদেশ পাকিস্থানে ইরান আফগানিস্তান থেকে হিন্দু শূন্য করার কথা, আমরা কি পাড়িনা বছরে এক বার উৎসব পালনের মাধ্যমে , পরের বছর সব মসজিদ মাদ্রাসা মন্দির করবোই ঢাকা লাহোরে ভারতের পতাকা উড়াবোই, মুসলিমরা ভারত কে খন্ড করে পাকিস্থান বাংলাদেশ ইরান আফগানিস্তান করেছিল, আমরা হিন্দুরা আমাদের বাচ্ছাদের এটা শেখাতে হবে ও তাড়া তাদের বাচ্ছা দের এমন ভাবে বংশপরম্পরা শেখাতে হবে আমাদের অখন্ড ভারত আমরা গরবোই, পরের বছরেই সব মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ মন্দির করবোই, ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ এ ভারতের পতাকা তুলবোই। আর এটা এ বছর থেকেই চালু করা হোক প্রতি বছর শুভ বিজয়া দশমীর সাথে সাথে আমরা পরের বছরেই সব মসজিদ মাদ্রাসা চার্চ ভাঙ্গবোই, ইরান আফগানিস্তান পাকিস্থান বাংলাদেশ ভারত কে খন্ড করেছিলো আমরা আবার জুড়ে অখন্ড ভারত গড়বোই।
Ratan Chandra Saha
China Apps are banned. Some people are sorry and saying it was unnecessary. How can we explain them?