Rahul K. Dwivedi
हमारे प्राचीन ऋषि इतने ज्ञानी थे कि उन्हें भविष्य में होने वाले दुष्परिणाम का ज्ञान पहले से ही था इसलिये उन्होंने कई भयानक शस्त्रों का निर्माण इस तरह से किया था जिसका सिर्फ एकबार ही इस्तेमाल हो सके।
कभी कभी मुझे लगता है महाभारत युद्ध के बाद उन ऋषियों ने विमान, अस्त्र शस्त्र आदि जैसे ज्ञान को स्वयं ही नष्ट कर दिया ताकि भविष्य में इसका प्रयोग ना हो सके और महाभारत जैसा विनाश फिर ना हो।
लेकिन तब तक यह ज्ञान पुरे आर्यावर्त में फैल चुका था जो पुरी तरह विलुप्त नहीं हो सका और जिसका परिणाम यह हुआ कि उसी ज्ञान को आज के वैज्ञानिक ने पुनर्जीवित करके एकबार फिर से मानव जाति को विनाश के करीब ला दिया है।
हर्ष वर्मा नीम मूषक मित्र
पाक आर्मी अपने 93 हजार सैनिकों को यूक्रेन भेजेगी
जो
यूक्रेन आर्मी को सिखायेंगे कि सरेंडर कैसे करें...
मुग्धा के पिताजी रतन सिंह
(owner)
*आईए २४ दिसंबर से १ जनवरी २०२२ तक, पर्यावरण बचाने का संकल्प लें।*
१. देश में पटाखे न फोड़े और प्रदूषण कम करने में देश की मदद करें।
२. प्रार्थना करने में मोमबत्तियाँ व्यर्थ में न जलाएं, उन गाँव क़स्बों में इसे बांटें जिससे किसी का अंधेरा दूर हो।
३. सांता के कपड़े बनाकर हर दुकान में, गिरिजाघर में, मॉल में न टांगे, इससे बेहतर गरीबों के लिए कपड़े बनाये और उन्हें बाँटे ।
४. साँता के कपड़े न खुद पहने और ना ही पत्नी व बच्चों को पहनाये बल्कि ठंड में ठिठुरते ग़रीबों को शाल पहना दे ।
५. क्रिसमस ट्री बनाने में सामग्री व रुपए व्यर्थ न गंवाएं, इन्हीं रुपए से अस्पताल में गरीब मरीजों की मदद करें।
६. सांता के कपड़े पहन कर बच्चों को गिफ़्ट देने से बेहतर आप खुद उसे प्यार दे, गिफ़्ट दे
७. आधी रात तक जाग कर सांता का इंतज़ार न करे और न ही बच्चों को उसके आने का झूठा आश्वासन दे
८. आधी रात तक जाग कर अंडे वाले cake खाने से बेहतर है के दूसरे दिन जल्दी उठ कर बच्चों के साथ गरमा गरम खीर और चूरमा खाएं।
एक विचार
यदि अच्छा लगे तो औरों को भी बताएं,
Copy pest
Praveen Prasad
सनातनः समाज में वामपंथी और जिहादी #विचारधाराओं ने केवल भारतीय संस्कृति के विरोध में और डरा हुआ समुदाय के फैवर में ही फिल्म बनाकर दिखाते आये हैं.. मगर 2014 के बाद अब सनातनः समाज जाग गया हैं सब देशद्रोही फिल्म का बहिष्कार ही करते आये हैं और करते रहेंगे.