What's New
Nothing has been posted here yet - be the first!
No more post
Members
-
Ashok pal
(owner)
"आज मनवा में उठे हिलोर सजनी
राम आवे अवध की ओर सजनी..!!
सुबह से ही भावनाओं का ज्वार इतना तीव्र है... कि आँसू रुक नही रहे..!! गर्व है.. अरे यार... सच में हम युग की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी हैं..!! सदियों का अघोषित वनवास मेरे राम का आज पूर्ण हुआ..!!
मैं तो मिथिला का हूँ..!! वैदेही मेरे लिए जगदम्बा होने के साथ ही बेटी भी है, बहन भी,बुआ भी..!! राम केवल ईश्वर ही नही...हमारे "पाहुना" भी हैं। हम उन्हें पूजते तो है ही...पाहुन होने के कारण हमारे यहाँ उन्हें मीठी गाली भी देते हैं।
आज मेरे लिए... रामलला का मंदिर ही नही...मेरी बेटी "सिया" का घर भी बस रहा है। हम से ज्यादा गर्वित सौभाग्यशाली और कौन होगा।
शब्द और भावना मिक्स हो रहे...आँसू और गर्व उलझ रहे... क्या क्या लिख दूँ समझ नहीं आ रहा..!!
आज की दीवाली की बधाई दोस्तों..
मित्र की कलम से प्राप्त ❣️
क्योंकि अवध से हूँ मैं, और माना जाता है बच्चो को अधिक स्नेह नानी के घर से ही प्राप्त होता रहा है ।।